पुलिस की तत्परता से पकड़ाया झोलाछाप डाक्टर, चलेगा गैर इरादतन हत्या का मामला
औबेदुल्लागंज से प्रीतम राजपूत की रिपोर्ट
इलाज में लापरवाही के चलते 10 वर्षीय बच्चे की जान ले लेने वाला आरोपी झोलाछाप डाक्टर सईद खान आखिरकार पुलिस की पकड़ में आ ही गया | मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के गौहरगंज थाना अंतर्गत चिकलोद चौकी पुलिस नें चूहे बिल्ली का खेल ख़त्म करते हुए आरोपी डाक्टर को धर दबोचा | 34 मील से आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद औबेदुल्लागंज अस्पताल में चिकित्सीय परीक्षण कराकर उसे न्यायालय प्रस्तुत कर दिया गया | पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी डा. सईद खान पर गैर इरादतन हत्या का मामला चलाया जायेगा |
गलत इंजेक्शन नें लेली जान -
समाज में भले ही डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता हो लेकिन लालच के चलते कुछ तथाकथित डाक्टर शैतान के भी चाचा बन जाते हैं | ऐसा ही एक मामला विगत 3 सितम्बर को औबेदुल्लागंज ब्लाक अंतर्गत चिकलोदकलां में घटित हुआ | जहाँ गाढ़ा ग्राम के किसान कमल नंदवंशी अपने सर्दी जुकाम से पीड़ित 10 वर्षीय बेटे कार्तिक का इलाज कराने चिकलोद पहुंचे | इलाज के लिए लेकर जा रहे कमल नें सोचा भी नहीं था कि यह उनके बेटे का आखिरी इलाज होगा | जल्दी और सस्ते इलाज की आशा लिए वे पैसे के लालची डा. सईद खान के दवाखाने जा पहुंचे, जहाँ पहुँचते ही डाक्टर नें उन्हें दवाई लेने बाजार भेज दिया और बीमारी की जांच किये बिना परिजनों की अनुपस्थिति में ही बच्चे को इंजेक्शन लगा डाला । इंजेक्शन लगाने के बाद जब बच्चे की हालत गंभीर हो गई तो झोलाछाप डॉक्टर के हाथ पैर फूल गए और उसने आनन् फानन में बच्चे को सरकारी अस्पताल सुल्तानपुर ले जाने का कह दिया । परन्तु बदकिस्मती से परिवार के इकलौते चिराग 10 वर्षीय कार्तिक ने अस्पताल के रास्ते मे ही दम तोड़ दिया ।
आरोपी गिरफ्तार -
सुल्तानपुर अस्पताल पहुँचते ही वहां मौजूद डाक्टरों द्वारा कार्तिक को मृत घोषित कर दिया गया | परिवार के इकलौते बच्चे की मौत के गम में डूबे परिजनों द्वारा उमरावगंज के डा सईद पर इलाज में लापरवाही के आरोप लगाने के बाद थाना सुल्तानपुर में ही जीरो पर प्रकरण दर्ज कर मर्ग कायम किया गया | जिसकी भनक लगते ही आरोपी डाक्टर सईद खान अपनी दुकान बंद कर फरार हो गया था | मामला गौहरगंज थाना क्षेत्र का होने के कारण सुल्तानपुर पुलिस नें केस की डायरी गौहरगंज थाना के सुपुर्द कर दी इसके बाद गौहरगंज थाना प्रभारी के निर्देशन में चौकी प्रभारी चिकलोद द्वारा फर्जी झोलाछाप डॉ सईद खान को 34 मील से गिरफ्तार किया गया ।
समय पर उचित इलाज मिलता तो बच सकती थी मासूम की जान –
परिवार के इकलौते 10 वर्षीय मासूम कार्तिक को अगर समय पर उचित चिकित्सा मिल जाती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी और आज एक परिवार में अँधेरा नहीं होता | जानकारों की माने तो तथाकथित डाक्टर सईद खान के पास एलोपेथिक इलाज या इंजेक्शन लगाने की पात्रता ही नहीं है | ऐसे में उसने सिर्फ पैसों के लालच में ही एक परिवार का चिराग बुझा दिया |
जिम्मेदारों की सरपरस्ती में पूरे क्षेत्र में कुकुरमुत्तों की तरह उग आये हैं अवैध क्लिनिक –
अगर झोलाछाप डॉक्टरों की बात की जाए तो इनका जाल ना केवल ग्रामीण अंचलों में बुरी तरह फैला है बल्कि शहर एवं कस्बों में भी इनका दबदबा दिखाई देता है । दबदबा इसलिए कहा जा सकता है कि बड़े बड़े साइनबोर्ड लगाकर सरे बाजार दिन दहाड़े बुखार से लेकर ऑपरेशन तक का हर इलाज कर देने वाले इन डाक्टरों के अवैध दवाखाने किसी जिम्मेदार को दिखाई नहीं देते | बल्कि जिन अफसरों पर इनको रोकने की जिम्मेदारी है वह दिन-रात तहसील मुख्यालय गौहरगंज, औबेदुल्लागंज, औद्योगिक नगर मंडीदीप, चिकलोद, उमरावगंज जैसे शहरों, कस्बों के साथ ही पूरे ग्रामीण अंचल में खुल गए ऐसे अवैध क्लिनिको और दवाखानो के सामने से गुजरते तो रहते हैं, लेकिन इन्हें देखकर भी अनदेखा कर देते है | बड़ा सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है इसके पीछे का सच क्या है | सूत्रों की माने तो इसके पीछे बहुत बड़ा रैकेट है और बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का खेल भी है |
इनकी भी सुनिए –
क्षेत्र में अवैध क्लिनिक चलाने वालों को बख्सा नहीं जायेगा | यदि एलोपेथी में रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर कोई एलोपैथिक इलाज करता है तो ऐसे डाक्टरों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी | - डा अरविन्द सिंह चौहान, बीएमओ औबेदुल्लागंज
घटना की सूचना मिलते ही आरोपी की दुकान सील कर दी गई है | आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है | हम मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे है | अपराधी बच नहीं सकता | मलकीत सिंह, एसडीओपी औबेदुल्लागंज
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