स्वच्छता रैकिंग में मंडीदीप ने लगाई 196 पायदान लंबी छलांग, प्रदेश में 9वां और वेस्ट जोन में पाया 36 वां स्थान
देश में स्वच्छता रैंकिंग में मंडीदीप पिछले साल 232 वे नंबर पर था और इस बार 196 पायदान ऊपर आ गया

सिटी रिपोर्टर मंडीदीप । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा की। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 देश के 4242 शहरों के बीच हुआ था। मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अरबन अफेयर्स द्वारा देश के 4203 शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की स्वच्छता रैकिंग सूची में मंडीदीप ने लंबी छलांग लगाई है। देश के शहरों में स्वच्छता में शहर अब 36वें स्थान पर आ गया है जबकि प्रदेश में नौवां स्थान मिला है। पिछले साल की स्वच्छता रैकिंग 232 से 196 पायदान ऊपर चढ़ गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में शहर का 232 वां स्थान और स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में 249 वां स्थान मिला था। शहर को यह बड़ी उपलब्धि मिलने पर नपा अध्यक्ष बद्री सिंह चौहान और सीएमओ केएल सुमन सफाई कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और शहर वासियों से मिले सहयोग को श्रेय दे रहे हैं
बीते वर्ष के इस सर्वेक्षण में शहर ने शुरुआत से ही अच्छा प्रदर्शन किया पहली तिमाही में शहर को 69 वी रैंक मिली थी हालांकि दूसरी तिमाही में शहर का प्रदर्शन थोड़ा कमजोर रहा और 3 पायदान खिसक कर 72 वी रैंक से संतोष करना पड़ा। इसके बाद ओडीएफ सर्टिफिकेशन में शहर को ओडीएफ प्लस मिला। इस तरह 50000 से 100000 की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मंडीदीप निकाय को वेस्ट जोन के पांच राज्यों के 139 शहरों में से 36 वी रैंक मिली जबकि प्रदेश में 28 शहरों में से 9वी रैंक प्राप्त हुई इस बड़ी उपलब्धि से सफाई कर्मचारियों के साथ अधिकारी भी खुशी से गदगद हैं। हालांकि उन्हें इतनी बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी।
इसलिए मिली अच्छी रैंकिंग -
स्वच्छता सर्वेक्षण में साफ सफाई, निजी से लेकर सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति, खुले में शौच मुक्त की स्थिति, कूड़ा उठान, कूड़ा निस्तारण, शहर में विकास कार्यों, सीवरेज सिस्टम व जलापूर्ति व्यवस्था के बाबत केंद्रीय टीम ने शहरवासियों से राय ली थी। सर्वेक्षण में मंडीदीप को 3423.55 अंक मिले है |
इन कारणों से पिछड़े -
शहर ने साफ सफाई के मामले में प्रदेश में भले ही टॉप टेन में जगह बना ली हो। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यदि कचरा निपटान के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड होता तो और अच्छी पोजीशन मिलती। इसके अलावा शहर में सबसे बड़ी समस्या ज्यादा कचरा उत्पादन वाले प्रतिष्ठानों सहित अन्य क्षेत्र जैसे सार्वजनिक स्थलों पर कचरे का व्यवस्थित निपटारा ना होना है | इस पर नपा को सफाई के कम अंक मिलने की आशंका पहले से ही थी शहर में 1 दर्जन से अधिक मैरिज गार्डन व धर्मशालाएं हैं इतनी ही संख्या में होटल व लॉज संचालित हैं। इनमें ज्यादातर प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कचरे का निपटारा व्यवस्थित नहीं है | स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत ऐसे स्थलों पर कचरे से खाद निर्माण की व्यवस्था होना चाहिए थी जो कि कहीं नहीं है इसके चलते भी अंको में कटौती हुई है।
इनका कहना है -
अब शहर को देश में नंबर वन में लाना है, गंदगी मुक्त बनना है। इसके लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए मैंने खुद एक-एक वार्ड में जाकर लोगों को जागरूक किया । सफाई कर्मचारियों को भी इसके लिए प्रेरित किया, अच्छी रैंकिंग उसी का परिणाम है। - बद्री सिंह चौहान, नपा अध्यक्ष मंडीदीप
मैंने बीते साल जुलाई में कार्यभार संभालने के बाद टॉप टेन में जगह बनाने का लक्ष्य तय किया था, इसके लिए लगातार कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया गया | नगरवासियों से सफाई के बाद गंदगी न फैंकने की अपील भी की | कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, नगरवासियों की जागरूकता और सहयोग से शहर को यह बड़ी उपलब्धि मिल सकी है । - केएल सुमन, नपा सीएमओ मंडीदीप
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