रायसेन जिले का पहला मामला, एक सप्ताह बाद महिला की दुबारा कराई जाएगी जांच
मध्यप्रदेश के औद्योगिक नगर मंडीदीप में शुक्रवार को कोरोना से पीड़ित माँ नें शहर के सरकारी अस्पताल एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया | संभवतः जिले में पहली बार कोरोना संक्रमित गर्भवती की सफलतापूर्वक नार्मल डिलीवरी कराई गई है । डॉक्टरों की टीम ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए प्रसव कराया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। डॉक्टरों की टीम दोनों की सेहत पर नजर बनाए हुए है । बीएमओ डॉ अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि सतलापुर निवासी इस महिला की बीते 7 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी, परन्तु महिला का गर्भ का नोवां महीना चल रहा था, इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपने ही घर में अलग कमरे में होम क्वारांटाइन कर दिया गया था। जहाँ स्वास्थकर्मियों द्वारा प्रतिदिन उनकी मॉनिटरिंग की जा रही थी। शुक्रवार सुबह 11:00 बजे गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होते ही उन्हें तत्काल विशेष एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अलग से बनाया लेबर रूम -
पॉजिटिव मरीज के आने पर शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए अस्पताल में विशेष रुप से अलग रूम में लेबर रूम की व्यवस्था की गई। जहां लेडी डॉक्टर अमृता जीवने के नेतृत्व में नर्स अनीता रानी, रजनी शिव कुमारी, आया बाई अन्नू एवं रेनू बाई की 5 सदस्यीय विशेष टीम ने पीपीई किट पहनकर कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव कराया । महिला द्वारा एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया गया । जिसका वजन 3 किलो 100 ग्राम है। बीएमओ डॉ चौहान ने बताया कि संभवतः यह जिले का पहला मामला है। जिसमें किसी संक्रमित महिला की सामान्य डिलीवरी कराई गई है। वर्तमान में जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं ।
सामजिक संस्थाओ और नगरवासियों नें दी बधाई - अस्पताल प्रबंधन और टीम के मनोबल तथा निस्वार्थ सेवा भाव से ही यह दुस्कर कार्य संभव हो पाया है | इस उल्लेखनीय सफलता के लिए नगर की सामजिक संस्था मानव धर्म रक्षा परिषद्, विश्वामित्र परिषद् एवं भोजेश्वर संघ नें बीएमओ अरविंद सिंह चौहान, अस्पताल प्रभारी बीएस मैना सहित लेडी डॉक्टर अमृता जीवने एवं डिलीवरी के लिए बनाई गई विशेष टीम के सभी सदस्यों को बधाई दी है |
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