"मृदा विज्ञान में विकास" होगा सम्मेलन का प्रमुख विषय
इसमें मिट्टी से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे जैसे मिट्टी की उर्वरता, पौधों का पोषण, मिट्टी रसायन विज्ञान, मिट्टी जीव विज्ञान, मिट्टी और पर्यावरण इत्यादि भी रहेंगे शामिल
माधो सिंह दांगी बैरसिया । भारतीय मृदा
विज्ञान सोसायटी का 87 वां वार्षिक सम्मेलन भोपाल स्थित
भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान द्वारा 3 से 6 अक्टूबर 2023 के दौरान आयोजित किया जा रहा है। इस
समारोह का उद्घाटन किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के मंत्री कमल पटेल द्वारा 3 अक्टूबर
को सुबह 10 बजे केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी
संस्थान, भोपाल के सिल्वर जुबली सभागार में किया
जाएगा। समारोह में
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के
सचिव एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिर्देशक
डॉ. हिमांशु पाठक तथा प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के उप महानिदेशक डॉ. एसके चौधरी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली
से बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहेंगे।
सम्मेलन का प्रमुख विषय "मृदा विज्ञान में विकास" है इसमें
मिट्टी के महत्वपूर्ण मुद्दे
जैसे मिट्टी की उर्वरता, पौधों का पोषण, मिट्टी रसायन विज्ञान, मिट्टी जीव विज्ञान, मिट्टी और पर्यावरण इत्यादि शामिल हैं।
इन मुद्दों के अलावा इसमें प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य उर्वरकों के वैकल्पिक
स्रोत, मिलेट (श्री अन्न) उत्पादन पर भी शोध
प्रस्तुतियाँ सम्मिलित हैं। लोगों के आहार में मिलेट (श्री अन्न) जैसे बाजरा, ज्वार, रागी कोदो कुटकी इत्यादि के महत्व को ध्यान में रखते हुए इस सम्मेलन के दौरान "भारत में
टिकाऊ मिलेट (श्री अन्न) उत्पादन के लिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर विशेष
संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी।
संगोष्ठी में देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 300 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना
है। प्रतिभागी वैज्ञानिक प्रमुख मृदा स्वास्थ्य मुद्दों और मिलेट सहित फसलों की
टिकाऊ उत्पादकता और उच्च उत्पादन कैसे प्राप्त करें, इस पर विचार-विमर्श करेंगे। इस सम्मेलन में विचार-विमर्श के बाद की
गई अनुशंसाओं से शोधकर्ता,
वैज्ञानिक, छात्र, नीति निर्धारक और किसान लाभान्वित होंगे।
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