ED ने राहुल गाँधी को 13 जून को पूछताछ के लिए बुलाया

 प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को नया समन जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी को पूछताछ के लिए 13 जून को पेश होने के लिए कहा गया है। इससे पहले ED ने उन्हें दो जून को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन राहुल गांधी ने देश से बाहर होने की वजह से नई तारीख की मांग की थी। अधिकारियों ने बताया कि राहुल गांधी को अब 13 जून को ED के मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। उनकी मां और 75 वर्षीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी 8 जून को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। हालांकि गुरुवार को उनका COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है, जिसके बाद उनके पेश होने की संभावना कम ही है।


क्या है पूरा मामला?

यह मामला पार्टी के नेशनल हेराल्ड अखबार में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच से संबंधित है। यह पेपर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया जाता है और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है। ED के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ, यंग इंडियन और एजेएल के प्रमोटरों की शेयरधारिता पैटर्न, वित्तीय लेनदेन और भूमिका को समझने के लिए ईडी की जांच का हिस्सा है। दरअसल सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी, यंग इंडियन के प्रमोटरों और शेयरधारकों में से हैं। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बयान दर्ज करना चाहती है।

कब शुरु हुआ मामला?

ये मामला तब सामने आया जब साल 2013 में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अदालत में एक निजी आपराधिक शिकायत दायर की। भाजपा सांसद स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी करने और धन का दुरुपयोग करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। इनके मुताबिक यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने कांग्रेस को 90.25 करोड़ रुपये की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया था।दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले साल फरवरी में स्वामी की याचिका पर प्रतिक्रिया के लिए गांधी परिवार को नोटिस जारी किया था। गांधी परिवार ने 50,000 रुपये के निजी मुचलके और एक जमानत के बाद 2015 में अदालत से जमानत हासिल की थी। स्वामी द्वारा दायर इस मामले में अन्य आरोपी सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा हैं। वे पहले भी गलत काम करने से इनकार कर चुके हैं।

Post a Comment

0 Comments