कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम आते ही मध्य प्रदेश में हलचल बढ़ गई। उनके समर्थक उत्साहित हैं। वहीं, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जितने भी नाम चल रहे हैं, उन सभी को ऊर्जा और बल देने वाला हाथ राहुल गांधी का है। आलाकमान को उन्हें ही पार्टी की कमान सौंपने का निर्णय करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आयोजन को देख रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि मेरी अध्यक्ष बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। हम सभी तो चाहते हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस की कमान संभालें लेकिन इसके लिए वे तैयार नहीं हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम अध्यक्ष पद के लिए तय माना जा रहा था लेकिन जो घटनाक्रम हुआ, उसके बाद दिग्विजय सिंह का नाम फिर सामने आया।
उन्होंने ही कहा था कि उदयपुर चिंतन शिविर में जो तय हुआ है, उसके अनुसार एक व्यक्ति एक ही पद पर रह सकता है। उनका इशारा स्पष्ट था कि गहलोत अध्यक्ष बनते हैं तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा। इसके बाद राहुल गांधी का बयान भी सामने आया था। पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक भी भेजे थे लेकिन बात बनने की जगह बिगड़ गई। बदली हुई परिस्थितियों में फिर दिग्विजय सिंह का नाम अध्यक्ष पद के लिए सामने आया है।
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